क्या है SBI की खास FD : जरूरत पड़ने पर निकाल सकेंगे पैसे, और FD भी नहीं ट...




क्या है SBI की खास FD : जरूरत पड़ने पर निकाल सकेंगे पैसे, और FD भी नहीं टूटेगी

जी हा दोस्तो आज हम आपको एसबीआई बैंक की ऐसी ही एक स्कीम के बारे मे बताने जा रहे है जिसमे एफ़डी करने के बाद भी आप जीतने पैसे की जरूरत पड़ती है उनको निकाल सकते है और इसके लिए आपको पूरी fd भी तुड़वानी पड़ेगी

  

दोस्तो पैसे की समस्या हम सब को किसी भी मोड़ पर कभी भी पड़ जाती है घर मे कुछ उनहोनी होने पर किसी के बीमार हो जाने पर या फिर अचानक से नौकरी छूटने से हम सब को पैसे की समस्या से 2 4 होना पड़ता है

 

तो उन स्थितियो मे हमे अपनी जमा किए गए पैसे की जरूरत पड़ती है आम तौर पर एक सामान्य व्यक्ति बंकों मे fd के रूप या सोने के जरिये अपने जीवन मे पैसो को जोड़ता है जिससे जरूरत के समय वो इनका इस्त्माल कर सके। भारतीयो परिवार मे सोने के रूप मे पैसो को जोड़ा तो जाता है लेकिन जरूरत के समय वो उसको बेकने से कतराते है ये उनका सोने मे बहुत लगाव के कारण होता है तो उनके पास सिवाय एफ़डी को तोड़ने या किसी से उधार मांगने का ही विकल्प बचता है और अगर उसके पास केवल एफ़डी को तोड़ने का विकल्प बचता है तो वो मजबूरी मे एफ़डी को तोड़ते है अभी तक हमारे पास पूरी एफ़डी को ही तुड़वाने का विकल्प बचता था जबकि बहुत बार  हमे पैसो की कम जरूरत होती है लेकिन एफ़डी को पूरी तोड़ना ही पड़ेगा। इसके कारण हमे कई बार बहुत नुकसान होता है

 


लेकिन अब आपकी इस समस्या का SBI ने समाधान निकाल लिया है अब आपको जब भी पैसो की जरूरत पड़ेगी तब आप अपनी एफ़डी से उतने पैसे निकाल सकेंगे और इसके लिए आपको अपनी एफ़डी भी टोडवानी नहीं पड़ेगी

और बचे हुये पैसो की एफ़डी चलती रहेगी

 

 

 

 

एसबीआई की इस स्कीम का नाम मल्‍टी ऑप्‍शन डिपॉजिट स्कीम (MODS) एफ़डी

आइये जानते है इसके बारे मे क्या है ये और कैसे काम करती है ये स्कीम

 

दरअसल MODS एक तरह का टर्म डिपॉजिट ही है, लेकिन इसकी खासियत यह है कि यह व्यक्ति के सेविंग्‍स या करंट अकाउंट से लिंक्‍ड होता है. ऐसे में अगर व्यक्ति उस लिंक्‍ड अकाउंट से पैसे निकालना चाहता है और वह अमाउंट अकाउंट में मौजूद नहीं है तो पैसे MOD से निकाले जा सकते हैं. MODS पर भी उतना ही ब्‍याज मिलता है, जो SBI में एक आम FD पर है. विदड्रॉल के बाद ब्‍याज MOD में बचे अमाउंट पर मिलता रहता है. इसमें से आप जरूरत के समय 1000 रुपये के मल्‍टीपल्स यानी गुणा में पैसे निकाल सकते हैं. MODS के लिए मिनिमम डिपॉजिट लिमिट 10,000 रुपये है. बाद में इसमें 1000 रुपये के मल्‍टीपल्स यानी गुणा में और पैसे डिपॉजिट किए जा सकते हैं. इसमें मैक्सिमम अमाउंट के लिए कोई लिमिट तय नहीं है.

SBI MODS को 1 साल से लेकर 5 साल तक की अवधि के लिए खुलवाया जा सकता है. इसमें प्रीमैच्‍योर विदड्रॉल की भी सुविधा है. इस पर आपको TDS भी देना पड़ेगा है.

अगर निर्धारित समयावधि के बीच में ही एमओडी को तोड़ते हैं तो निकाले गए पैसे जितने समय खाते में रहे , उस अवधि पर लागू ब्याज पर पेनाल्टी सहित भुगतान करना होगा. शेष राशि पर मूल ब्याज दर लागू रहेगा. लेकिन फिर भी निकाले गए पैसे पर ब्याज दर सविंग अकाउंट मे मिलने वाले ब्याज दर से हमेशा ज्यादा ही होती है

 

इसमे ऑटो-स्वीप का भी एक बेहतरीन विकल्प भी माजूद है अगर आपने ऑटो-स्वीप चुना है तो आपके लिंक्ड बचत खाते या चालू खाते में 35 हजार रुपये का मिनिमम बैलेंस हो तो automatically 10000 rs का ऑटोस्वीप हो जाया करेगा।

 

MODS पर लोन लेने और नॉमिनेशन की सुविधा भी उपलब्‍ध है. इसे एसबीआई की एक ब्रांच से दूसरी ब्रांच में भी ट्रांसफर किया जा सकता है.

मल्‍टी ऑप्‍शन डिपॉजिट स्कीम ko lene ke liye sbi me aapko

SB प्लस अकाउंट के लिए तीन हजार रुपये का मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य है. बैलेंस कम होने पर MODS तोड़कर अपने आप ही अकाउंट में क्रेडिट हो जाया करेगा

इसमे वरिष्ठ नागरिकों को 0.5 फीसदी की दर से ब्याज अधिक मिलेगा. जैसा आम तौर पर हर fd मे होता है 

 

 

 


Comments